मा0 मुख्यमंत्री उ0प्र0 सरकार की महत्वाकांक्षी योजना के दृष्टिगत निर्धारित विभागीय कार्य योजना/कैलेण्डर के अनुसार कार्य/कार्यक्रम सम्पादित करते हुए मिशन शक्ति फेज-5.0 के द्वितीय चरण के अनुसार ग्राम/वार्ड/न्याय पंचायत में भ्रमण कार्यक्रम के दौरान भिन्न-भिन्न स्थानों पर जनचौपाल लगाकर बालिकाओं/महिलाओं एवं बच्चों की सुरक्षा, सम्मान एवं स्वावलंबन तथा सशक्तीकरण हेतु जन जागरुकता कार्यक्रम के दौरान विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से समझाते हुए (help line no 1090, 1098, 1076,1930, 100, 112, 102,181) उ0प्र0 शासन व उ0प्र0 पुलिस के स्तर से संचालित समस्त योजनाओं एवं प्रबन्धों की विशेष जानकारी दी गई। विशेष अभियान के क्रम में जिला कारागार वाराणसी में निरुद्ध महिलाओं को निःशुल्क विधिक सहायता एवं बच्चों के शिक्षा, स्वास्थ के लिए उपलब्ध विभिन्न सरकारी योजनाओं की दी गई जानकारी:-
‘‘मिशन शक्ति’’ (फेज-5.0) के द्वितीय चरण विशेष अभियान के क्रम में मुख्यालय एवं उ0प्र0 शासन द्वारा निर्धारित विभागीय कार्ययोजना/रूप रेखा के अनुरूप जिला कारागार वाराणसी में निरुद्ध 80 महिलाओं से पुलिस, जिला विधिक प्राधिकरण, जिला प्रोबेशन विभाग अधिकारियों द्वारा संयुक्त वार्ता की गई एवं उन्हें जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा दी जाने वाली निःशुल्क विधिक सहायता के बारे में बताया गया, साथ ही निरुद्ध महिलाओं के नाबालिग बच्चों के शिक्षा, स्वास्थ के लिए उपलब्ध विभिन्न सरकारी योजनाओं की जानकारी दी गई। उक्त कार्यक्रम में अपर पुलिस उपायुक्त महिला अपराध, सहायक पुलिस आयुक्त, सर्किल कैण्ट, जिला प्रोबेशन अधिकारी, जिला विधिक प्राधिकरण के सदस्यगण मौजूद रहे।
“मिशन शक्ति फेज़–05 (द्वितीय चरण)” के अंतर्गत पुलिस उपायुक्त गोमती ज़ोन द्वारा महिलाओं एवं बालिकाओं की सुरक्षा, सम्मान एवं स्वावलंबन के संबंध में गोष्ठी आयोजित कर आवश्यक दिशा–निर्देश प्रदान किए गए।
“मिशन शक्ति फेज़–05 (द्वितीय चरण)” के अंतर्गत दिनांक 10.10.2025 को पुलिस उपायुक्त, गोमती ज़ोन द्वारा होटल बनारस किला, बाबतपुर में गोमती ज़ोन के समस्त थाना क्षेत्रों से आए चिकित्सक, अध्यापक, व्यापारी बंधु, अन्य सम्भ्रांत व्यक्ति, महिलाएँ एवं स्कूल/कॉलेज की छात्राएँ के साथ गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी में मिशन शक्ति फेज़–05 के उद्देश्यों एवं गतिविधियों के संबंध में प्रतिभागियों को जागरूक किया गया। गोष्ठी में उपस्थित लोगों की समस्याओं एवं सुझावों को सुना गया। स्कूल और कॉलेज के प्रधानाध्यापकों तथा चिकित्सकों द्वारा उठाई गई महिलाओं और बालिकाओं से संबंधित समस्याओं के समाधान हेतु संबंधित अधिकारी एवं कर्मचारीगण को आवश्यक दिशा–निर्देश प्रदान किए गए।
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